सोमवार, जुलाई 29, 2013

*प्यार फैलता है*

सुना था
प्यार एक ऐहसास है
कोई फर्क नहीं पड़ता
चाहे फिर कोई
दूर है या पास है !

प्यार फैलता है
सिमटता नहीं कभी
यदि टूटता है तो
वो होता ही नहीं प्यार
निरा स्वार्थ होता है
जो तलाशता है
प्यार में
अपना वांछित
नहीं मिलने पर
हो जाता है अलग !




यह नहीं सुना कभी
प्यार किया हो
और हो गया हो
सुना है
प्यार करने से नहीं
होने से होता है
जैसे होता है
एक माँ को
अपने बच्चे से !

तुम प्यार मत करो
करो इंतजार
प्यार होने का
होना होगा तो
हो ही जाएगा
एक दिन
बिना बताए
बिना पूछे !

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